लालू प्रसाद ने अपने कुशासन काल में बिहार के लाखों लोगों को पलायन के लिए मजबूर किया, अपराधियों का दुस्साहस बढाया, सत्ता में बने रहने के लिए 100 से ज्यादा नरसंहार होने दिये, विकास को ठप कर लोगों को रोजगार से वंचित किया और मूक पशुओं के चारा तक में 1000 करोड़ का घोटाला किया।
उन्हें न्यायिक प्रक्रिया की तरह जो सजा मिली है, उसे पूरा कर अपने किये का प्रायश्चित करना चाहिए।