तीर्थनगरी ऋषिकेश में स्थित पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर तहलटी को पौराणिक नदी रंभा बहती है. और इसी स्थान को रंभा नदी का उद्गम स्थल भी माना जाता है. मान्यता है कि सतयुग में ऋषि सुखदेव की तपस्या को भंग करने के लिए स्वयं देवराज इंद्र ने रंभा को स्वर्ग से धरती पर भेजा था. तपस्था भंग होने पर ऋषि ने क्रोधित में आकर रंभा को श्राप दिया कि तुम जितनी सुंदर दिखती हो, आज के बाद तुम उतनी ही बदसूरत नदी के रूप में जानी जाओगी. रंभा नदी काली नदी के रूप में जानी जाती है. यह सोमेश्वर महादेव मंदिर से होते हुए वीरभद्र महादेव मंदिर के पास से बहकर गंगा में समाहित हो जाती है. वहीं, रंभा नदी का वर्णन स्कंद पुराण के केदारखंड में भी मिलता है....more