जय हिन्द हमारी जन्म भूमि , जय हिन्द हमारा देश !!!
जय हिन्द हमारी हरियाली , जय हिन्द है भगवा वेश !!!
जय हिन्द हमारा शुभ्र ह्रदय , जय हिन्द चक्र की शान !!!
जय हिन्द हमारा पूज्य प्रेम , जय हिन्द प्रथम उद्देश्य !!!
करो सही उपचार , कि पीड़ा देश सह रहा है !!!
है घायल पूरा देश , कि देखो खून बह रहा है !!!
काले अंतर्द्व्न्दों के बादल आसमान में छाये !!!
जग जाओ सरकार ,कि पूरा देश कह रहा है !!!
भाव फूलों सा न हम खोयेगे ,ना तुम ही यहां खोना !!!
बेफ्रिक होकर हम न सोयेंगे ,ना तुम ही यहां सोना !!!
कोशिस रहे अब इस देश को, मिलकर उठाने की !!!
कंटक धरा पर हम न बोयेंगे , ना तुम ही यहां बोना !!!
कैसे हमने फीस भरी है ,कैसे बस्ता लाया !!!
कभी पूँछना माँ से अपने ,कैसे जूता आया !!!
नहीं जानते मेरी पीड़ा ये शिक्षा के व्यापारी !!!
बेटा कितने आँसू पी है तब शाला पहुंचाया !!!
जब तक सबसे शुभ प्रभात का, वन्दन ना हो जाये !!!
महक मुलाकातों की जब तक, चन्दन ना हो जाये !!!
खाली खाली लगता है यह नव दिवस विचारोँ का !!!
जब तक सबके कथनों का अभिनन्दन ना हो जाये !!!
हे राम , आपकी महिमा के ,गुणगान सुनाये जाते है !!!
श्रद्धा से, चरणों में , भावों के , सुमन चढ़ाये जाते है !!!
पर प्रभु ,आपने भक्तों से ,क्या कभी प्रश्न यह पूँछा !!!
इसी तरह, मर्यादा के क्या , वो धर्म ,निभाये जाते है !!!