सभी बच्चे कुछ ना कुछ अपने माँ-बाप जैसे दिखते हैं। सूर्यवंशम फ़िल्म में तो अमिताबचन ही बाप-बेटा है। अकेले राहुल गाँधी के ही राजीव गाँधी जैसा दिखने से तमाम Congress समर्थक हैरान हैं। एक राष्ट्र के तौर पर हम कहाँ जा रहे हैं?
मुग़लिया इमारतों की परतें उतारिए, हबीब, थापर, गुहा जैसे वामपंथी पक्षपाती इतिहासकार अपनी सोच को लेकर नंगे होते नज़र आएँगे। सच को झूठ का जामा पहनाने वाले, देश को बर्बाद करने में इनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।