कांग्रेस से आत्म आलोचन या आत्म चिंतन की उम्मीद करना अब बेमानी है क्योंकि इस कांग्रेस से भारतीय और राष्ट्रीय तत्व का लोप होचुका है।अब यह स्वार्थपरक ,लूट के आकांक्षी, और विध्वंसक तत्वों के गिरोह का राजनैतिक बैनर बन गया है।पंजाब की घटना ने इस विश्वास को पुख्ता कर दिया है।अब और भ्रम ना पाले देश।रोग जब विकृति हो जाय तो सर्जरी आवश्यक हो जाती है।राष्ट्र रक्षा में बड़े सर्जरी की जरूरत है।