वैचारिक रूप से बिखराव संस्कारिक रूप से मिशनरियां, पाकिस्तानी, खालिस्तानी संस्कार व्यवहार और चाईनीज कूटनीति की सूत्रधार कांग्रेस जिस तरह राष्ट्र घाती अपराधिक गतिविधियों की ओर बढ़ रही है वह राष्ट्र के लिए गंभीर खतरा है।दूर भविष्य तक सत्ता की शून्य संभावनाओं को देख कर वह अ ति व्यग्र है।सबसे दुःख की बात भूपेश बघेल जैसे मूल मिट्टी से जुड़े नेता भी जब सच से आंख चुराने लगे तो जाने जमीर बिकाऊ हो गया है।