ए खुदा
बता न,
क्यों, कोई तड़पता हैं इश्क में
क्यों, लोग विश्वास तोड़ जाते है
क्यों, किसी का साथ छोड़ जाते हैं
क्यों, किसी की पसंद न पसंद हो जाती हैं
क्यों, लोग दूसरों की खुशियां छीन जाते हैं
क्यों, कोई किसी का साथ नहीं देता
क्यों, अपना किसी के पास नहीं होता
इतना उदासी अच्छी नहीं लगती
ऐ खुदा, कुछ तो बोल न
कहीं तुम भी तो धोखा नहीं खाया
कोई तुम्हे भी तो तोड़ कर नहीं गया
लगता है तुम भी नाराज़ हैं